सुरक्षाबलों ने इस दौरान एक 8 केजी का आईईडी बरामद किया। IED को मौके पर ही बम निरोधन दस्ते ने नष्ट कर दिया।
इसपर वह भड़क कर कहती है कि , 'हम सरकार के नौकर हैं, आपके नहीं फिर आपका काम क्यों करें। इतना ही नहीं पानी लाने से भी इंकार कर दिया। मजिस्ट्रेट बीपी गुप्ता ने इस बात शिकायत डीएसपी से कहने की बात कही है।
अंकित ने 3 करोड़ की मांग की थी लेकिन डील 51 लाख पर फाइनल हुई थी। डील के तहत अपनी दूसरी किस्त लेते हुए उन्हें तमिलनाडु पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ईडी अधिकारी की गिरफ्तारी बड़े ही अलग ढंग से की गई।
निलंबित आईएएस पूजा सिंघल को आज भी सुप्रीम कोर्ट से बेल नहीं मिली। अब इस याचिका पर सुनवाई 14 दिसंबर को होगी।
राज्यपाल द्वारा दूसरी बार झारखंड स्थानीय नीति विधेयक को लौटा दिया गया है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की ओर से विधेयक पर सरकार को पुर्नाविचार करने की बात कही गई है। राज्यपाल ने 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति संबंधित विधेयक 'झारखंड स्थानीय व्यक्तियों की
वह अपने ससुराल मुजफ्फरपुर के बरुआरी 25 नवंबर की शाम आया था। अगली सुबह खबर आई की वह गायब हो गया। जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
मेकेनिज्म को JBVNL,वन विभाग और नगर निकाय द्वारा की जाएगी। JBVNL से मिली जानकारी के अनुसार अगर कोई उपभोक्ता अपने आवास या फिर अपने जमीन पर एक पेड़ लगाता है तो उसे 5 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी।
तमिलनाडु पुलिस ने ED अधिकारी को घूस लेते पकड़ा है। अधिकारी का नाम अंकित तिवारी है। जानकारी के अनुसार अंकित को तमिलनाडु पुलिस ने डिंडीगुल-मदुरै हाईवे से 20 लाख घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा।
बिहार सरकार के मंत्री अब 30 लाख की गाड़ी में चलेंगे। सरकार के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव व उनके बराबर के पद पर रहने वाले अधिकारियों को 25 लाख की गाड़ी दी जाएगी। वहीं डीएम 20 लाख तो एसपी 16 लाख की गाड़ी से घूमेंगे। राज्य सरकार ने सभी स्तर के अधिकारि
झारखंड के लाल किशन दुबे की मां को गृहमंत्री ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। शाह ने किशन दुबे की मां को पुलिस मेडल फॉर मेडल-पीएमजी मरणोपरांत प्रदान किया। जानकारी हो कि 9 जुलाई 2015 को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिला के नवगांव सेक्टर में एफडीएल पोस्ट पर त
रेपुरा गांव के उत्क्रामित मध्य विद्यालय में बोलेरो से आए कुछ लोगों ने ऑन ड्यूटी शिक्षक गौतम को जबरन उठा कर ले गए। स्कूल के प्रधानाध्यापक ने तुरंत पुलिस को मामले की जानकारी दी।
सभी स्कूलों को एक साथ 1 दिसंबर को ईमेल आया, जिसमें दावा किया गया कि स्कूलों के अंदर बम रखे हुए है। स्कूल प्रशासन ने इस बात की जानकारी तुरंत पुलिस को दी।